
स्मार्ट मीटर की समस्याएं
गलत रीडिंग:कई उपभोक्ता शिकायत कर रहे हैं कि उनके स्मार्ट मीटर गलत रीडिंग दिखा रहे हैं, जिससे उनके बिजली बिल अत्यधिक आ रहे हैं।
यूपी का उदाहरण ले तो यहां लेसा के स्मार्ट मीटर से भी अब फर्जी रीडिंग के बिल बनने लगे हैं। किसी का सोलर कनेक्शन के बावजूद एक महीने का 75 हजार रुपये बिल तो किसी का 25 हजार रुपये का बिल बन गया। भारी-भरकम बिल देखकर परेशान उपभोक्ता एसडीओ, एक्सईएन कार्यालय में चक्कर लगा रहे हैं। कई सोलर कनेक्शन के इम्पोर्ट और एक्सपोर्ट यूनिट गलत फीड होने से बिल अधिक आ गया।
बिल में गड़बड़ी: उपभोक्ताओं का कहना है कि उन्हें समझ नहीं आ रहा कि बिल में इतनी अधिक यूनिट कैसे दर्ज हो रही हैं।
लेसा में वर्तमान में बिजली कनेक्शन के लिए जो नये स्मार्ट मीटर लगाए गए हैं इसमें बड़ी संख्या में उपभोक्ताओं को ऑटोमैटिक अनाप-शनाप बिल भेजा जा रहा है। राजाजीपुरम निवासी विजय कुमार का दो किलोवाट घरेलू कनेक्शन है। अगस्त का बिल 19,371 रुपये का मैसेज भेज दिया। उन्होंने एसडीओ से शिकायत की तब उनका बिल 3929 रुपये का बना। इसी प्रकार राजाजीपुरम निवासी सावित्री देवी का चार किलोवाट घरेलू कनेक्शन है। परिसर पर सोलर लगे होने के बावजूद दो माह का बिल 75,060 रुपये भेज दिया। पीड़ित उपभोक्ता ने शिकायत की तो 4370 रुपये का बिल बना।
तकनीकी खराबी: स्मार्ट मीटर में तकनीकी खराबी या सॉफ्टवेयर की गड़बड़ी के कारण गलत डेटा ट्रांसमिशन हो सकता है।
कंप्लेंट प्रक्रिया धीमी: उपभोक्ताओं को शिकायत करने पर भी समाधान मिलने में समय लग रहा है।
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उपभोक्ताओं के लिए सुझाव
1. नियमित जांच: अपने मीटर की रीडिंग नियमित रूप से जांचें और बिल से मिलान करें।
2. बिजली विभाग से संपर्क अगर बिल में गड़बड़ी लगती है, तो तुरंत बिजली विभाग से संपर्क करें।
3. मीटर टेस्टिंग अगर शक हो तो मीटर की टेस्टिंग करवाएं।
4. दस्तावेज़ रखें अपने बिल और शिकायतों के दस्तावेज़ संभाल कर रखें।
5. जागरूक रहें बिजली बिल और मीटर रीडिंग के बारे में जागरूक रहें और किसी भी अनियमितता की शिकायत करें।
बिजली विभाग की भूमिका
जांच और समाधान बिजली विभाग को उपभोक्ताओं की शिकायतों की जांच करनी चाहिए और जल्द समाधान देना चाहिए।
जागरूकता अभियान उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर के बारे में जागरूक करने के लिए अभियान चलाने चाहिए।
तकनीकी सुधार स्मार्ट मीटर में तकनीकी गड़बड़ियों को सुधारने के लिए कदम उठाने चाहिए।
स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के लिए एक आधुनिक सुविधा है, लेकिन अगर इनमें गड़बड़ी आती है तो उपभोक्ताओं को परेशानी हो सकती है। उपभोक्ताओं को जागरूक रहना और अपनी शिकायतें दर्ज करवाना जरूरी है। बिजली विभाग को भी उपभोक्ताओं की समस्याओं का समाधान करने में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए।
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