घटना के प्रमुख पहलू
बादल फटने का समय: यह घटना आधी रात को हुई, जब लोग गहरी नींद में थे।
प्रभावित क्षेत्र: थराली बाजार, कोटदीप, तहसील परिसर और सागवाड़ा गांव सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।
नुकसान: कई घर, दुकानें और गाड़ियां मलबे में दब गई हैं।
लापता लोग: 7 लोग लापता हैं, जिनकी तलाश जारी है।
राहत कार्य: SDRF, NDRF, पुलिस और प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटे हैं
मसूरी में फंसे टूरिस्ट्स
मसूरी में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण 2500 टूरिस्ट्स फंसे हुए हैं। प्रशासन उनकी सुरक्षित निकासी के लिए काम कर रहा है।
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हिमाचल प्रदेश में स्थिति
हिमाचल प्रदेश में भी भारी बारिश के कारण हालात खराब हैं। यहां 20 जून से अब तक 419 मौतें हो चुकी हैं और 347 सड़कें बंद हैं। राज्य में लैंडस्लाइड और बाढ़ का खतरा बना हुआ है।
देश में बारिश की स्थिति
देश में इस साल अब तक 8% ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। कई राज्यों में भारी बारिश के कारण प्राकृतिक आपदाएं आई हैं, जिनमें उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश प्रमुख हैं ।
राहत और बचाव कार्य
SDRF और NDRF की टीम : राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।
प्रशासनिक प्रयास : स्थानीय प्रशासन और सरकार स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।
हेल्पलाइन नंबर : प्रभावित लोगों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं ।
यह घटना उत्तराखंड जैसे संवेदनशील इलाकों में प्राकृतिक आपदाओं के प्रति जागरूकता और तैयारी की जरूरत को उजागर करती है।
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