व्रत करने वाले के दर्शन मात्र से भी होता है लाभ: प्रदीप मिश्रा; भिलाई में दूसरे दिन भी शिवमहापुराण सुनने लाखों की भीड़

शिवमहापुराण कथा भिलाई 2025: भोले बाबा को प्रसन्न करने के लिए किसी आडंबर की जरूरत नहीं है, केवल सच्चे भाव से उनकी पूजा करने से ही वो प्रसन्न हो जाते है। यह कहना है सीहोर के प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा जी का।


  दरअसल भिलाई में 30 जुलाई से 5 अगस्त तक चलने वाली शिवमहापुराण कथा का आज दूसरा दिन था; जिसमें कथा सुनने लाखों श्रद्धालु पंडाल में पधारे थे। कथा सुनने छत्तीसगढ़ के अलावा अन्य राज्यों जैसी मध्यप्रदेश,महाराष्ट्र, यूपी व झारखंड से भी लोग आए हैं। श्रद्धालुओं में कथा सुनने खासा उत्साह देखा गया।


तुलसीदास जयंती की बधाई दी और उनको याद किया

"निर्मल मन जन सो मोहि पावा,
मोहि कपट छलछिद्र न भावा"
गोस्वामी तुलसीदास जयंती पर उनके उक्त कथन को याद करते हुए प्रदीप मिश्रा जी ने सभी को तुलसीदास जयंती की बधाई और शुभकामनाएं दी। साथ ही मंगल भवन अमंगल हारी भजन के गान से पूरा पंडाल मंत्रमुग्ध हो गया , सभी श्रद्धालु झूम उठे।

पुरानी मूर्तियों का विशेष महत्व, उन्हें संभाल कर रखे 

प्रदीप जी ने बताया कि नई मूर्तियों के लिए पुरानी को हटाना सही नहीं है.. उनका विशेष महत्व है उनको संभाल कर रखे। वो जीवन का एक आनंद देने वाली है । जैसे कोई 10- 12 बार भी शिव महापुराण कथा सुन लेता है तो वह सिद्ध हो जाता है वैसे ही कोई एक लोटा जल शिव में चढ़ता है तो उसको पुण्य अवश्य मिलता है।

प्रयागराज जाए तो दशाश्वमेध घाट जरूर जाएं

शिवमहापुराण कथा बताते हुए प्रदीप जी ने कहा कि जब भी प्रयागराज जाए तो दशाश्वमेध घाट पर ब्रह्मेश्वर महादेव के दर्शन अवश्य करें; जिसको स्वयं ब्रह्मा जी ने अपने आंसुओं से रुद्राभिषेक किया था। उनका विशेष महत्व है वहां आज भी ब्रह्मेश्वर महादेव विराजमान है।
 

डेली न्यूज अपडेट के लिए Public News CG का व्हाट्सएप ग्रुप ज्वॉइन करें 👇